सोमवार, 1 अक्तूबर 2012

आरसीएम चलेगी लेकिन एमएलएम के साथ: संघर्ष समिति

आरसीएम चलेगी लेकिन एमएलएम के साथ: संघर्ष समिति


MONDAY 1 OCTOBER 2012

आरसीएम चलेगी लेकिन एमएलएम के साथ: संघर्ष समिति

भीलवाड़ा। देश के एक करोड़ इकत्तीस लाख सदस्यों वाली भीलवाड़ा की कम्पनी आर.सी.एम. एक साल बाद फिर चालू हो सकती है। उच्च न्यायालय ने भी कम्पनी को चालू करने के निर्देश दिए हैं लेकिन पहले की तरह यह कम्पनी अब मल्टीलेवल मार्केटिंग के रूप में नहीं चल पायेगी। लेकिन आर.सी.एम.संघर्ष समिति गाइड लाईन के बाद ही फिर उसी तर्ज पर चालू करने के मूड में है।

पिछले साल चिटफंड एक्ट के तहत भीलवाड़ा में हुई कार्यवाही के तहत ग्रोथ सेन्टर स्थित आर.सी.एम.कम्पनी पर ताले पड़ गये थे। इसके चलते इस कम्पनी से जुड़े देश के एक करोड़ इकत्तीस लाख सदस्य प्रभावित हुए। कम्पनी से जुड़े इन लोगों ने दिल्ली के बाद जयपुर में आन्दोलन शुरू किया जो अब भी जारी है और उसके 146 दिन हो चुके हंै। कई ज्ञापन, प्रदर्शन और बरसात की परवाह किये बगैर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे आर.सी.एम. समर्थकों को सरकार से तो अब कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिल पाई लेकिन उच्च न्यायालय की खण्डपीठ ने एक याचिका के मामले में दिए निर्देशों में यह जरूर कहा है कि पहले की तरह मल्टीलेवल मार्केटिंग के रूप में यह कम्पनी नहीं चल पायेगी।

मल्टीलेवल मार्केटिंग कम्पनी के रूप में तो अब आर.सी.एम.कानूनी तौर पर नहीं चल पायेगी। लेकिन इसका कम्पनी क्या रास्ता निकालती है यह आने वाले कुछ समय में ही पता लग जाएगा। लेकिन आर.सी.एम. के एक सूत्र पी.के.सिंह ने बताया कि आन्दोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार गाइड लाईन तय नहीं कर देती। इसके बाद ही पहले की तर्ज पर फिर से आर.सी.एम. को शुरू किया जाएगा। जमानत : आर.सी.एम. के संचालक टी.सी.छाबड़ा के खिलाफ अब तक दर्ज हुए धोखाधड़ी और चिटफंड के अधिकांश मामलों में या तो कोर्ट से जमानत मिल चुकी है या फिर समझौता हो चुका है। आज सायला के आखिरी मामले में भी उन्हें जमानत मिल गई है।


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